आँधी आए तूफ़ाँ आए,हो तेज़ धूप बरसात रहे। अपने साए में ले समेट,घर की छत सब चुपचाप सहे। इक उसके होने से ही,महफ़ूज़ है घर का हर कोना । कुछ ऐसा ही होता है घर में, माँ और बाबा का होना।
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