मेरा परिवार/सचिन शर्मा

है भावक ,अभिभावक, पालक(संरक्षक) मेरा परिवार मेरा

है एक  धागे में बंधे मोती सा है मैं और मेरा परिवार

मेरा पहला जग  , गुरुकुल, मेरा घर मेरा परिवार मेरा

गुरुकुल की शार  शिक्षा का दर्पण है

पतझड़, पतहार अंधेरों में तेज ताज सा परिवार मेरा 

मेरे राग  अंधियारों में उजालो  सा

है जीवन कि राह में रेख सा  मेरा परिवार मेरे साथ सा

है सहकरो मे  कर्म सा मेरे हक के हकदर  मेरा परिवार

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