परिवार/अरुणा पद्माकर कुलकर्णी

एक दूसरे से जुड़कर भी, ख़ुद की अलग तलाश,
परिवार यानी हौसले की ख़ुदी से होनेवाली पहचान।

परिवार यानि कर्त्तव्य, जिम्मेदारी का पनपता रिश्ता,
जो पहले ख़ुद से पहले सबकी राहत के बारे में सोचता।

Post a Comment

0 Comments