500 साल बाद, जब एलियन्स ने पृथ्वी पर आकर रहने का फैसला किया, तो उन्होंने सबसे पहले इंटरनेट चलाना सीखा। लेकिन इंटरनेट की दुनिया ने उन्हें ऐसा चकराया कि वे खुद ही यह सोचने लगे कि "हम यहाँ रहने आए हैं या खुद को कन्फ्यूज करने?"
पहली दिक्कत तब आई जब एक एलियन ने ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया। उसने सोचा था कि एक अच्छा-सा मंगल ग्रह का स्पेशल फूड मिलेगा, लेकिन जैसे ही उसने ऑर्डर खोला, उसमें पानीपुरी निकली! एलियन ने कस्टमर केयर में शिकायत की, तो जवाब मिला – "आपका ऑर्डर पहले ही डिलीवर हो चुका है, अब क्या कर सकते हैं?"
दूसरा एलियन ऑनलाइन डेटिंग ऐप पर चला गया, लेकिन 500 साल बाद भी वहाँ वही समस्या थी – "मैचिंग तो होती है, लेकिन मुलाकात कभी नहीं!" एक लड़की से चैट करते-करते उसने पूछा, "तुम कहाँ से हो?" जवाब आया, "बिल्कुल पास से।" फिर एलियन ने 50 बार मिलने का प्लान बनाया, पर हर बार लड़की ने कहा – "यार, अभी टाइम नहीं है, फिर कभी मिलते हैं!"
फिर एक और एलियन ने ऑनलाइन जॉब के लिए अप्लाई किया। इंटरव्यू में उससे पूछा गया, "आपकी खासियत क्या है?"
एलियन बोला – "मैं लाइट स्पीड में सोच सकता हूँ!"
इंटरव्यूअर बोला – "लेकिन हमें तो स्लो काम करने वाला आदमी चाहिए!"
सबसे बड़ा झटका तब लगा, जब एलियन्स ने ऑनलाइन शॉपिंग की। उन्होंने सोचा कि अब तो पृथ्वी पर सब आसान है, लेकिन जब ऑर्डर डिलीवर हुआ, तो उसमें एक खाली बॉक्स निकला!
एलियन गुस्से में चिल्लाया – "यह क्या मजाक है?"
डिलीवरी वाला हंसते हुए बोला – "साहब, आपने 'एयर पैकेट' ऑर्डर किया था, लीजिए हवा आ गई!"
अब एलियन्स समझ गए कि पृथ्वी का ऑनलाइन सिस्टम उनसे भी ज्यादा एडवांस है, क्योंकि यहाँ हर चीज़ ऑनलाइन होकर भी रहस्यमयी होती है!
आखिर में उन्होंने इंटरनेट छोड़कर "एलियन नेटवर्क" बनाने का फैसला किया, जहाँ कोई ऑर्डर कैंसिल नहीं होता, डिलीवरी हमेशा फ्री होती है, और डेटिंग ऐप्स पर लोग सच में मिलते हैं!
अब पृथ्वीवासी एलियन्स के नेटवर्क को जॉइन करना चाहते थे, लेकिन एलियन्स ने साफ़ मना कर दिया –
"पहले हमारे ऑनलाइन अनुभव की भरपाई करो, फिर बात करेंगे!"
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