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दिव्या दीक्षित
प्रेम/दिव्या दीक्षित
प्रेम/दिव्या दीक्षित
Jasraj Bishnoi
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Thursday, January 09, 2025
तेरे माथे को चूमूँ या तुझपे फ़ना हो जाऊँ,
मैं बनी रहूँ तेरी वो प्यारी सी गलती या गुनाह हो जाऊँ ..
तेरा दिल और दिमाग जो झगड़ता है मेरे लिये,
एक बात बताना मैं बनी रहूँ तेरा वो झगड़ा या सुलाह हो जाऊँ
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