हुआ था पास उस वक्त / 'जेआर बिश्नोई'

मेरा अकेलापन

मैं

और रात का समय

मोबाइल

खबर

और एक पुरानी याद

इन सब के बीच

सच बताऊँ...

क्या खुशी थी? वो, उस वक्त याद की उस तस्वीर में

मुस्कराता चेहरा मेरा

उस की याद में

माँ, मैं आज फिर से सो नही पाया। 

वो ही रात थी। 

वो ही बात थी। 

परीक्षा 

परिणाम

और सफलता

जिंदगी 

नौकरी 

और परिवार

इन सब के बीच

सच बताऊँ... 

हुआ था पास उस वक्त

लेकिन आज फैल हो गया

कारण जान नही पाया 

उसकी याद में 

माँ, मैं आज फिर से सो नही पाया। 

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