ख्वाहिशे/प्रतिभा

हर तरफ है ख्वाहिशो का दौर
हाँ यही तो ज़िन्दगी है।
कभी है आँखों में आँशु तो कभी लबों पे हँसी,
हाँ यही तो ज़िन्दगी है।
कभी है हर कदम पे सिर्फ समझौता 
कभी सपनो को पूरा करने की जिद 
हाँ यंही तो ज़िन्दगी है।
कभी अपने सारे एक पल में पराये हो जाते है 
कभी कोई पराया अपनों से अजीज हो जाता है 
हाँ यही तो ज़िन्दगी है।
कभी दुख दर्द से मन तङप उठता है 
तो कभी खुशियों में पाँव थिरकने लगते है 
हाँ यंही तो ज़िन्दगी है 
कभी दुसरो की ख़ुशी के लिए अपना सब कुछ लूटना 
कभी खुद की खुशी के लिए सब को भूल जाना 
हाँ यही तो ज़िन्दगी है 

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