पथिक पथ में गमन तू कर
निश्छल होकर बढ़त चल
झीर संजोकर निश्चय कर
एक लक्ष्य तू पूरा कर
पथ में आते कठिन विभोर
जिसे देख न हो झकझोर
चार रास्ते एक किनारे
आ गए तेरे परीक्षा प्यारे
पथिक पथ में गमन तू कर
एक लक्ष्य संजोकर चल...
मन मीठी मुस्कान तू भर
सही निर्णय का ध्यान कर
मिली सफलता उम्मीदों से
किरण बिखेरी आंसुओं से
निर्भय वचन बना दिया
पथ प्रदर्शक कर दिया
पथिक पथ में गमन तू कर
एक लक्ष्य संजोकर चल...
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