आशाओं का सूरज/स्वीटी

दिल में हैं अरमान, आँखों में उजाले,
युवाओं के सपने, आसमानों को टाले।
लड़के-लड़कियां, हर कोई खास है,
अपने ख्वाबों में छिपी नई आस है।

किसी को गढ़ना है भविष्य का जहान,
किसी को लिखनी है इतिहास की दास्तान।
किसी के हाथों में हुनर का दीप है,
किसी के कदमों में सफलता करीब है।

आंधियां आएं, तो क्या घबराना,
हर ठोकर को अपना गुरुर बनाना।
ये तो हैं उम्मीदों की बहार,
जो बनाएंगे दुनिया को नई बार।

छोटे गांव से लेकर बड़े शहर तक,
हर दिल में जलता है उम्मीदों का शक।
बढ़ते रहो, गिरकर भी संभलते रहो,
सपनों के सूरज को पाने को चलते रहो।

तुम हो वो चिंगारी, जो बुझने न पाए,
तुम्हारी मेहनत से ही हर अंधेरा हट जाए।
आशाओं के संग चलो तुम,
दुनिया को रोशन करो तुम।

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